लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए टीबी मरीज़ों वितरित की गयी पोषण पोटली
लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए टीबी मरीज़ों वितरित की गयी पोषण पोटली

लखनऊ 9 अप्रैल. लखनऊ विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग के अंतर्गत संचालित पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ ने आज एक विशेष कार्यक्रम आयोजित कर क्षय रोग (टीबी) से पीड़ित मरीजों के प्रति अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को और सशक्त किया। इस अवसर पर शोध पीठ द्वारा गोद लिए गए टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार से युक्त पोषण पोटलियों का वितरण किया गया। यह पहल "प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान" के अंतर्गत महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल के दिशानिर्देश पर की गयी है, जिसका उद्देश्य टीबी मरीजों को पोषण और स्वास्थ्य सहायता प्रदान कर उनके शीघ्र स्वस्थ होने में योगदान देना है।
कार्यक्रम का आयोजन समाज कार्य विभाग के प्रो. आर. बी. एस. वर्मा सभागार में किया गया, जिसमें शोध पीठ के निदेशक एवं समाज कार्य विभागाध्यक्ष प्रो. राकेश द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा, "पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय सिद्धांत को अपनाते हुए हमारा कर्तव्य है कि समाज के सबसे कमजोर वर्गों तक सहायता पहुंचे। टीबी मरीजों को पोषण पोटली प्रदान करना न केवल उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ में मदद करेगा, बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से सशक्त भी बनाएगा। उन्होंने कहा कि टीबी एक ऐसी बीमारी है, जिसका उपचार लंबा और चुनौतीपूर्ण हो सकता है लेकिन पोषण के माध्यम से यह लड़ाई आसान की जा सकती है। पोषण पोटली वितरण के माध्यम से हम न केवल मरीजों की शारीरिक मदद कर रहे हैं, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिला रहे हैं कि समाज उनके साथ है। हमारा यह प्रयास लखनऊ विश्वविद्यालय की सामुदायिक सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के संरक्षण में विश्वविद्यालय के 12 शिक्षकों ने एक पहल करते हुए विगत 11 फ़रवरी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के समर्पण दिवस पर निक्षय मित्र के रूप में टीबी मरीज़ों को पोषण युक्त आहार देने का संकल्प लिया था, उसी क्रम में आज का कार्यक्रम आयोजित किया गया था."
पोषण पोटलियों में मरीजों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उच्च गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ जैसे मूंगफली, सत्तू, बादाम, गुड़, भुना चना और पोषण पेय सम्मिलित है। प्रत्येक पोटली को इस तरह तैयार किया गया है कि यह मरीजों के लिए संतुलित आहार का स्रोत बने और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायता करे। इस कार्यक्रम में समाज कार्य विभाग के शिक्षक प्रो. रुपेश कुमार, डॉ. रमेश कुमार त्रिपाठी, डॉ. अन्विता वर्मा, डॉ. रण विजय सिंह, डॉ. वीरेंद्र कुमार त्यागी, डॉ. निरंजन तिवारी, डॉ. अंजलि मिश्रा एवं डॉ. रोहित मिश्र सहित शोध छात्र और अन्य छात्र उपस्थित रहे।
लखनऊ विश्वविद्यालय और पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ भविष्य में भी इस तरह के सामाजिक कल्याणकारी कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए कटिबद्ध है।
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